इस्लाम अपनाना चाहें लेकिन रिश्तेदारों से नुकसान का डर हो तो क्या करें?
जो व्यक्ति इस्लाम ग्रहण करना चाहता हो और अपने आस-पास के माहौल से डरता हो, वह ऐसा कर सकता है कि इस्लाम ग्रहण करने के बाद अपने इस्लाम को उस समय तक छुपाए रखे, जब तक अल्लाह उसके लिए खुल कर अपने धर्म पर अमल करने का रास्ता न निकाल दे।
क्योंकि आप पर अविलंब इस्लाम ग्रहण करना तो वाजिब है, लेकिन अगर किसी तरह के नुक़सान का डर हो तो अपने आस-पास के लोगों को उसकी सूचना देना ज़रूरी नहीं है।
जान लें कि जब आप इस्लाम ग्रहण कर लेंगे, तो करोड़ों मुसमानों के भाई हो जाएँगे और आप अपने शहर में स्थित मस्जिद या इस्लामी आह्वान केंद्र से संपर्क करके उनसे परामर्श ले सकते हैं और मदद मांग सकते हैं और इससे उन्हें ख़ुशी ही होगी।
अल्लाह तआला ने कहा है :
{وَمَنْ يَتَّقِ اللَّهَ يَجْعَلْ لَهُ مَخْرَجًا وَيَرْزُقْهُ مِنْ حَيْثُ لَا يَحْتَسِب} (और जो अल्लाह से डरेगा, वह उसके लिए निकलने का कोई रास्ता बना देगा।)
[65 : 2,3]